देश। उत्तराखंड से बीजेपी के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने शुक्रवार, 28 जुलाई को राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान एक मांग रखी जिस पर हंगामा खड़ा हो गया। उन्होंने “INDIA” नाम के संविधान से हटाए जाने की मांग की है। सांसद नरेश बंसल ने राज्यसभा में कहा, ‘INDIA’ नाम औपनिवेशिक गुलामी का प्रतीक है। इसे संविधान से हटा दिया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने देश का नाम INDIA से बदलकर “भारत” करने की मांग की।
बीजेपी सांसद नरेश बंसल ने शुक्रवार को राज्यसभा में बोलते हुए इस बात पर जोर दिया कि इंडिया शब्द ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों द्वारा थोपा गया था। इसलिए इसे संविधान से हटाना चाहिए।
देश का असली व प्राचीन नाम भारत
अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि देश का असली व प्राचीन नाम ‘भारत’ है और इसी नाम से पुकारा जाना चाहिए। बीजेपी सांसद ने तर्क देते हुए कहा कि पीएम मोदी के पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए दासता के प्रतीक चिह्नों से मुक्ति हेतु अपील की थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 9 साल के कार्यकाल में कई मौकों पर औपनिवेशिक विरासत, औपनिवेशिक चिह्नों को हटाने की अपील की है। साथ ही, इनती जगह भारतीय प्रतीकों, मूल्यों, सोच लागू करने की वकालत की है। बीजेपी सांसद ने कहा कि क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत और कड़ी मेहनत के बाद जब देश आजाद हुआ तो 1950 में संविधान का निर्माण किया गया।
यह भी पढ़ें: Kargil Vijay Diwas: 16 हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर गूँजे ‘भारत माता की जय’ के नारे
देश का नाम पुराने समय से भारत
संविधान में लिखा गया कि India That Is Bharat (इंडिया जो कि भारत है)। बंसल ने कहा कि देश का नाम पुराने समय से भारत रहा है और इसे इसी नाम से पुकारा जाना चाहिए। कहा कि ‘इंडिया’ नाम औपनिवेशिक राज द्वारा दिया गया था और इस प्रकार यह गुलामी का प्रतीक है। संविधान से इंडिया नाम हटा दिया जाना चाहिए।
राष्ट्रबंधु की नवीनतम अपडेट्स पाने के लिए हमारा Facebook पेज लाइक करें, WhatsApp व YouTube पर हमें सब्सक्राइब करें, और अपने पसंदीदा आर्टिकल्स को शेयर करना न भूलें।
CHECK OUT LATEST SHOPPING DEALS & OFFERS