गहनों से लेकर निवेश तक सोना लोगों की पहली पसंद है, क्योंकि लोग सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते हैं। सोने में निवेश आज से नहीं बल्कि सदियों से किया जाता रहा है। सोना एक ऐसी धरोहर है जिसे लोग पीढ़ी दर पीढ़ी लेकर चलते हैं। चूंकि सोने की कीमत ज्यादा होने के कारण इससे ठगी का भी उतना ही डर होता है। खरे सोने के दाम पर कई बार लोग दोयम दर्जे का सोना खरीद लेते हैं।
जैसे एक कहावत है हर चमकने वाली चीज सोना नहीं होती, इस बात सोना खरीदते वक्त ध्यान में रखना काफी जरुरी है। खरे सोने की पहचान करना बहुत मुश्किल काम नहीं है। सोना अमूमन 24 कैरेट, 23 कैरेट, 22 कैरेट की केटेगरी में बाजार में उपलब्ध होता हैं।
कैसे पहचाने खरा सोना?
24 कैरेट वाले सोने में गोल्ड की डेंसिटी कम होता है, जिसके कारण इससे गहने का निर्माण नहीं किया जाता है, अगर इससे गहने बनाए जाएं तो मजबूत नहीं होंगे। 24 कैरेट वाले सोने से बने गहने मुड़ने और टूटने का खतरा ज्यादा रहता है। यही कारण है कि 24 कैरेट शुद्ध सोने का इस्तेमाल ज्वैलरी में नहीं होता, बल्कि 22 कैरेट वाले सोने से गहने बनाए जाते हैं। 22 कैरेट वाले सोने में गोल्ड के साथ-साथ अन्य धातुओं को मिलाया जाता है, ताकि इससे बने गहने टिकाऊ रहें। खासकर 24 कैरेट वाले सोने का इस्तेमाल ईटों और सिक्कों के रूप में निवेश के लिए किया जाता है।
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24 कैरेट, 23 कैरेट और 22 कैरेट में अंतर
यूं समझिये कैरेट सोने की शुद्धता का एक मानक है। जिसे सामान्यतः तीन कैटेगरी में बांटा गया है, 24 कैरेट, 23 कैरेट और 22 कैरेट। 24 कैरेट वाले सोने में 99.9 फीसदी सोना होता है। वहीं 23 कैरेट वाले सोने में 93 फीसदी गोल्ड व 22 कैरेट वाले सोने में 91.7 फीसदी गोल्ड होता है। 18 कैरेट वाले सोने में 75 फीसदी सोना और 25 फीसदी अन्य धातुएं मिलाई जाती हैं। सोने की कीमत के आधार पर 24 कैरेट वाले सोने की सबसे अधिक कीमत होती हैं, क्योंकि 24 कैरेट वाले में 99.9 फीसदी शुद्ध सोना होता है। 24 कैरेट वाला सोना सबसे शुद्ध, जबकि 22 कैरेट वाले सोने की शुद्धता उससे कम होती है।
हॉलमार्क नंबर से खरा सोना
सोना बेचने वाले ज्वैलर्स को अब सिर्फ हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदना और बेचना होगा। अब ज्वेलर्स के लिए ये अनिवार्य है तो वहीं सोना खरीदने वालों को भी इस बात का ध्यान रखना है कि ज्वैलरी खरीदते वक्त वो सोने का कैरेट, हॉलमार्क के निशान और हॉलमार्क के नंबर जरूर चेक कर लें।
सोने की शुद्धता हॉलमार्क के तीन नंबर से की जा सकती है।
24 कैरेट शुद्धता -995
23 कैरेट शुद्धता -958
22 कैरेट शुद्धता-916
20 कैरेट शुद्धता -833
18 कैरेट शुद्धता- 750
14 कैरेट शुद्दता -585
ज्वैलरी में कितना सोना है ये उसकी हॉलमार्किंग के नंबर चेक करके पता लगाया जा सकता है। इस हॉलमार्किंग नंबर के साथ-साथ BIS हॉलमार्क का त्रिकोणा निशान देखकर भी आप असली सोने की पहचान कर सकते हैं।
घर में सोना रखने का कानून
आपको हर घर में सोना देखने को मिल जाता है, चाहे यह सिक्के के रूप में हो या फिर गहनों के रूप में। सोना न केवल निवेश का तरीका है बल्कि मुश्किल समय में काम आने वाला एक भी धरोहर होता है। लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश का मानते हैं, लेकिन क्या आप जातने है कि आप आपनी मर्जी से घर में जितना चाहे उतना सोना नहीं रख सकते हैं। सरकार द्वारा घर में सोना रखने के एक लिमिट तय की गई है। परिवार में एक शादीशुदा महिला 500 ग्राम सोना, बच्चे 250 ग्राम और पुरुष 250 ग्राम सोना रख सकते है वह भी बिना किसी कागजात के। और अगर इस लिमिट से अधिक सोना आप रखते हैं तो उसकी खरीद का पक्का बिल जिस पर टैक्स चुकाए जाने का पूरा विवरण हो और यह सब आपकी आय में सुमार हो, अन्यथा समस्या हो सकती है।
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