दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (DSGMC) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि मानवता की सेवा में हमने एक और कदम आगे बढ़ाते हुए इस अस्पताल की शुरुआत की है। आधुनिक सुविधाओं से लैस यह भारत का सबसे बड़ा पहला किडनी डायलिसिस अस्पताल (Kidney Dialysis Hospital) खोला गया है जिसमें इलाज पूरी तरह फ्री होगा। इस अस्पताल में कोई बिलिंग काउंटर तक नहीं बनाया गया है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने देश का सबसे बड़ा Kidney Dialysis Hospital खोला-
भारत में किडनी की बीमारी पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ी है। ऐसे में किडनी डायलिसिस के लिए अस्पतालों कमी कहें या प्राइवेट अस्पतालों में बहुत ज्यादा फीस होने के कारण किडनी मरीजों को बहुत समस्याएं हो रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने देश का सबसे बड़ा किडनी डायलिसिस अस्पताल (Kidney Dialysis Hospital), सराय काले खां स्थित गुरुद्वारा बालासाहिब में खोला है। अस्पताल की सबसे खास बात है कि यह आधुनिक सुविधाओं से लैस होने के साथ मरीजों के लिए पूरी तरह से फ्री है। गुरुद्वारा कमिटी का दावा है कि यह दुनिया का पहला अस्पताल है जिसमें ‘कैश काउंटर‘ ही नहीं होगा। मरीजों को सिर्फ अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा और उनका इलाज फ्री में शुरू हो जाएगा। उनसे किसी तरह का कोई पैसा नहीं लिया जायेगा। ऐसे में कोई भी मरीज चिंता मुक्त होकर अपन इलाज करा सकेंगे। साथ ही उनके भोजन का इंतजाम भी अस्पताल में 24×7 फ्री मिलेगा। रविवार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हाजिरी में इस अस्पताल का उद्घाटन गुरुद्वारा कमिटी के पदाधिकारियों और रागी-जत्थों ने किया।
100 बेड के साथ Kidney Dialysis Hospital Delhi भारत का पहला अस्पताल-
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि मानवता की सेवा में हमने एक और कदम आगे बढ़ाते हुए इस अस्पताल की शुरुआत की है। भारत में ऐसी आधुनिक सुविधाओं से लैस (Kidney Dialysis Hospital) किडनी डायलिसिस का पहला अस्पताल खोला गया है जिसमें इलाज पूरी तरह फ्री होगा। सिरसा ने बताया कि इस अस्पताल में एक समय में 100 लोगों का डायलिसिस एक साथ किया जा सकता है। यहां बिजनेस क्लास वाली इलेक्ट्रिक चेयर भी है, जिसपर बैठकर भी डायलिसिस कराया जा सकता है। ऐसा इसलिए किया गया है कि डायलिसिस के दौरान अगर कोई मरीज बेड पर बोरियत या परेशानी महसूस करता है तो वह चेयर पर भी बैठ सकता है। यहां लगाई गई मशीनें और सभी उपकरण जर्मनी से मंगाए गए हैं। सभी मशीनें आधुनिक होने के साथ ही लेटेस्ट टैक्नोलॉजी से लैस हैं।
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सिरसा ने बताया कि इस ऐतिहासिक गुरुद्वारे बालासाहिब में गुरु हरिकृष्ण अस्पताल बनने का काम जारी है। पहले फेज में 100 बेड वाला डायलिसिस ब्लॉक की शुरुआत कर दी गई है। इस ब्लॉक का नाम कार सेवा वाले बाबा हरबंस सिंह जी के नाम पर रखा गया है। अस्पताल की शुरुआत 20 साल बाद हो रही है। लंबे समय से विवादों के चलते खंडहर बन चुके बाला साहिब अस्पताल को शुरू करने का वादा किया गया था और उसका पहला चरण डायलिसिस ब्लॉक के रूप में किया शुरू गया। डायलिसिस ब्लॉक में प्राइवेट वॉर्ड से लेकर कोरोना मरीज को ध्यान में रखते हुए प्राइवेट रूम्स भी बनाए गए हैं। ब्लॉक से लेकर इन रूम्स में एलईडी यूनिट्स लगाई गई हैं जिनपर दिल्ली और देश के अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों का लाइव टेलिकास्ट होगा।
Kidney Dialysis Hospital के बाद अब होगी पॉलीक्लिनिक की शुरुआत-
सिरसा ने बताया कि वहीं गुरुद्वारा बंगला साहिब में पॉलिक्लिनिक की शुरुआत की जा रही है जहां पर दुनिया की सबसे सस्ती MRI सिर्फ 50 रुपये में होगी, सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और डायलिसिस कराया जा सकेगा। जिसका आधिकारिक उद्घाटन 11 मार्च को निर्धारित है।
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